तेह तरिक, जिसका अनुवाद 'खींची हुई चाय' है, मलेशिया में एक प्रिय पेय है। यह पेय केवल प्यास बुझाने वाला ही नहीं बल्कि एक सांस्कृतिक मुख्यस्थल भी है जो चाय बनाने की कला को दर्शाता है। इसमें चाय को दो कंटेनरों के बीच पीछे-पीछे डालने का कार्य होता है, जिससे एक झागदार ऊपर बनता है जो इसकी समृद्ध स्वाद और बनावट को बढ़ाता है।
ऐतिहासिक रूप से, तेह तरिक का जड़ें भारतीय मुस्लिम समुदाय में हैं, और यह मलेशिया की बहुसांस्कृतिक पहचान का प्रतीक बन गया है। पारंपरिक रूप से सड़क किनारे स्टालों पर आनंद लिया जाता है, यह किसी भी समय का पसंदीदा पेय बन गया है।
चाय खींचने की प्रक्रिया ही तेह तरिक को अनूठा बनाती है। यह न केवल चाय को ठंडा करती है बल्कि इसे वायु से भरपूर भी बनाती है, जिससे इसका मलाईदार माउथफील मिलता है। यह पेय आमतौर पर कंडेंस्ड मिल्क के साथ मीठा किया जाता है, हालांकि कुछ वेरिएशन्स में इसे कम मीठा या पानडन या मसालों जैसे अलग फ्लेवरिंग के साथ परोसा जाता है।
तेह तरिक की कला को अपनाएं और एक ऐसा कप का आनंद लें जो न केवल आपके शरीर को गर्माहट देता है बल्कि आपको मलेशिया की जीवंत संस्कृति से भी जोड़ता है।