पंजाब स्वीट फेनूल ज़र्दा उत्तर भारत का एक शानदार पारंपरिक डेज़र्ट है, जो विशेष रूप से ईद और शादियों जैसे त्योहारों के दौरान प्रिय है। यह चावल का आनंद लेने का एक भव्य तरीका प्रस्तुत करता है — मुख्य अनाज को सुगंधित और रंगीन ट्रीट में बदल देता है। सौंफ के बीज का उपयोग एक अनिश- जैसी खुशबू लाता है जो मीठे केसर-रंगीन दूध के साथ विशिष्ट रूप से मिश्रित होती है, जो धीरे-धीरे चावल को एक मलाईदार परफेक्शन तक पकाता है। भुने हुए मेवे समृद्धि को हल्के कुरकुरेपन और गर्माहट के साथ कम करते हैं।
युक्तियाँ और नोट्स: भिगोए हुए बासमती चावल का उपयोग अवशोषण में मदद करता है और सामान्य छोटे-दाने वाले चावल की तुलना में अधिक फुलाऊ बनावट प्राप्त करता है। दूध की मात्रा पर ध्यान दें — बहुत कम होने पर ज़र्दा सूख सकता है, और बहुत ज्यादा होने पर यह दलदल जैसा हो सकता है। धीमी आंच पर पकाने की विधि चावल को केसर और इलायची के साथ पूरी तरह से मिलाने का मौका देती है, जिससे जटिल स्वाद की परतें बनती हैं। शुद्ध घी का उपयोग प्रामाणिक सुगंध जोड़ता है — इसे मक्खन या तेल से न बदलें। मेवे अलग से भूनें ताकि बनावट जीवंत रहे।
केसर गहरे रंग के साथ-साथ एंटीऑक्सिडेंट लाभ भी प्रदान करता है, जबकि सौंफ पाचन में मदद करता है, जिससे यह भोगपूर्ण व्यंजन पारंपरिक संदर्भों में थोड़ा अधिक स्वस्थ हो जाता है। पंजाबी घरानों में, ज़र्दा अक्सर जश्न और संबंधों की मिठास से जुड़ा होता है, जो इसकी सरल सामग्री से परे एक सांस्कृतिक प्रतीक है।
चाहे गर्म परोसें या ठंडा, यह अनूठा ज़र्दा संस्करण सूक्ष्म मसालों को उजागर करता है जो शायद ही रोज़ाना की मिठाई में पाए जाते हैं, और यह पंजाबी पाक कला की प्रतिभा का एक विशिष्ट मिठाई है।
अपने भोजन की मेज़ पर उत्तर भारत की समृद्ध विरासत का एक टुकड़ा बनाने का आनंद लें!